देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की जांच के लिए गठित एकल सदस्यीय जांच आयोग को विभिन्न परीक्षा सेंटरों पर हुई अनियमितताओं की 10 से अधिक गंभीर शिकायतें ई-मेल के जरिए प्राप्त हुई हैं। आयोग इन सभी शिकायतों का विवरण तैयार कर विशेष जांच दल (SIT) के साथ साझा करेगा।
अभ्यर्थियों का बढ़ता विश्वास
जांच आयोग के जनसंवाद कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की भागीदारी से स्पष्ट होता है कि न्यायमूर्ति (सेनि) यूसी ध्यानी की अध्यक्षता में बने इस आयोग पर अभ्यर्थियों का भरोसा है। केवल अपने सुझाव और शिकायतें देने ही नहीं, बल्कि अभ्यर्थी ई-मेल के माध्यम से भी अपनी बात पहुंचा रहे हैं।
- हर संवाद कार्यक्रम के बाद आयोग को 100 से अधिक ई-मेल मिल रहे हैं।
- इनमें से 10 से अधिक ई-मेल ऐसे हैं जिनमें परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा चूक और गंभीर लापरवाही की बातें बताई गई हैं।
एसआईटी को साझा की जाएगी जानकारी
जांच आयोग इन शिकायतों और प्राप्त जानकारी को SIT के साथ साझा करेगा, ताकि पेपर लीक मामले की तत्काल और प्रभावी जांच की जा सके।
- आयोग के एक सदस्य ने स्पष्ट किया कि इन खामियों का सीधे तौर पर किसी अधिकारी या हाकिम से कनेक्शन सामने नहीं आया है।
- अभ्यर्थियों ने यह भी चिंता जताई कि पेपर से ठीक पहले हाकम सिंह और पंकज गौड़ की गिरफ्तारी हुई थी।
- उनके ऑडियो लीक होने और परीक्षा में OMR शीट खाली छोड़ने की घटनाओं को भी साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है।
इन सभी तथ्यों की पड़ताल यूकेएसएसएससी के सदस्यों की संलिप्तता की जांच के लिए भी की जाएगी।