हरिद्वार, वन विभाग की टीम ने हरिद्वार में अवैध रूप से सांपों का विष निकालने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि इस नेटवर्क का मुख्य सरगना और अन्य साथी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। आरोपियों की तलाश में वन विभाग की टीमें उत्तर प्रदेश के अमरोहा और गजरौला में दबिश दे चुकी हैं। विभाग अब इनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी कराने की तैयारी कर रहा है।
नौ सितंबर की छापेमारी में हुआ खुलासा
वन विभाग ने 9 सितंबर को ग्राम खंजरपुर, तहसील रुड़की में छापेमारी कर अवैध रूप से संचालित सर्प विष एकत्र करने का केंद्र पकड़ा था। कार्रवाई के दौरान 70 कोबरा और 16 रसल वाइपर बरामद किए गए, जो कि भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित प्रजातियों में शामिल हैं। मौके से सांपों को सुरक्षित रूप से वन विभाग के कब्जे में ले लिया गया था।
मुख्य आरोपी फरार, पौड़ी निवासी गिरफ्तार
केंद्र का संचालन कर रहे मुख्य आरोपी नितिन कुमार निवासी मुजफ्फरनगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, इस मामले में मूल रूप से पौड़ी के रहने वाले विष्णु पंत को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वह फिलहाल हरिद्वार में रह रहा था।
रेंजर नेगी का बयान
हरिद्वार रेंज के रेंजर शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी विष्णु पंत ने कई अन्य नाम भी उजागर किए हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही कोर्ट से गैर-जमानती वारंट जारी कराकर इस पूरे गिरोह को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।