धर्म डेस्क: 9 अक्तूबर 2025 को सुबह 10:38 बजे शुक्र देव ने कन्या राशि में गोचर किया। शुक्र ग्रह लगभग हर 23 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। इस बार कन्या राशि में शुक्र नीच स्थिति में माना गया है और इस राशि के स्वामी बुध हैं। गोचर की यह स्थिति कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ के लिए चुनौतीपूर्ण प्रभाव दे सकती है।
राशियों पर शुक्र गोचर का प्रभाव
मेष राशि:
शुक्र आपके छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। प्रतियोगिता और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों में वृद्धि हो सकती है। वाहन सावधानी से चलाएं और जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
वृषभ राशि:
पंचम भाव में शुक्र के कारण प्रेम संबंध और रचनात्मक कार्यों में प्रगति होगी। संतान सुख और पढ़ाई में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। आर्थिक मामलों में जोखिम से बचें।
मिथुन राशि:
चौथे भाव में गोचर का असर घर और परिवार पर पड़ेगा। घर के खर्च बढ़ सकते हैं। शिक्षा और प्रेम संबंध में सतर्कता रखें।
कर्क राशि:
तीसरे भाव में गोचर के कारण आत्मविश्वास बढ़ेगा और नए अवसर मिलेंगे। यात्रा और भाई-बहनों से संबंधों में संतुलन बनाए रखें।
सिंह राशि:
दूसरे भाव में शुक्र के गोचर से धन, परिवार और वाणी से जुड़े अवसर मिलेंगे। प्रशासनिक कामों में बाधा आ सकती है।
कन्या राशि:
लग्न भाव में शुक्र का गोचर आत्मविश्वास और भाग्य वृद्धि के लिए अच्छा रहेगा। लेकिन नीच स्थिति के कारण अधिक भरोसे से बचें। जीवनसाथी और पिता से संबंध मधुर रखें।
तुला राशि:
बारहवें भाव में शुक्र मनोरंजन और अप्रत्याशित लाभ दे सकता है। खर्चों पर नियंत्रण रखें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
वृश्चिक राशि:
लाभ भाव में गोचर से धन वृद्धि और काम में सफलता के योग बन रहे हैं। व्यापार और नौकरी में स्थिरता बनाए रखें।
धनु राशि:
दसवें भाव में शुक्र कार्यस्थल पर तनाव और मतभेद ला सकता है। नई नौकरी या प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले सोचें।
मकर राशि:
भाग्य भाव में गोचर के कारण यात्राओं और धार्मिक कार्यों में लाभ होगा। प्रेम और पारिवारिक मामलों में संयम रखें।
कुंभ राशि:
आठवें भाव में गोचर से पुराने विवादों का समाधान हो सकता है। घर और वाहन से संबंधित सावधानियां बरतें।
मीन राशि:
सातवें भाव में शुक्र दांपत्य जीवन में तनाव ला सकता है। संबंधों में गलतफहमी से बचें और स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
कन्या राशि में शुक्र गोचर के दौरान करें ये उपाय
- शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुएं जैसे दूध, चीनी, चावल, मिठाई या दही का दान करें।
- “ॐ शुं शुक्राय नमः” मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
- सफेद रंग के वस्त्र पहनें और खुशबूदार वस्तुओं का प्रयोग करें।
- सुबह गाय को रोटी या हरी घास खिलाएं।