देहरादून। उत्तराखंड में वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अल्मोड़ा के धौलादेवी ब्लॉक में 6 और रुड़की में 3 लोगों की मौत के बाद शासन ने तत्काल संज्ञान लिया है। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने दोनों जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों (CMO) को जांच करने और फील्ड रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।
धौलादेवी ब्लॉक में रहस्यमय बुखार से दहशत
धौलादेवी ब्लॉक में बीते पंद्रह दिनों से रहस्यमय बुखार फैला हुआ है। अब तक छह लोगों की जान जा चुकी है, जबकि बड़ी संख्या में लोग बुखार, थकान और प्लेटलेट्स की कमी जैसी शिकायतों के साथ अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।
स्थानीय प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग समय पर कदम नहीं उठा पाया, जिसके चलते संक्रमण तेजी से फैल गया। उन्होंने विभागीय लापरवाही पर कड़ी नाराजगी भी जताई।
सैंपल जांच और मेडिकल टीम रवाना
सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्थिति को गंभीर मानते हुए सीएमओ अल्मोड़ा को तुरंत टीम भेजने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि फील्ड में पहुंचकर टीम को मरीजों का इलाज करने के साथ ही सैंपल एकत्र कर जांच के लिए भेजना होगा।
वहीं, सीएमओ हरिद्वार को भी रुड़की क्षेत्र में हुई तीन मौतों की जांच के आदेश दिए गए हैं।
“धौलादेवी ब्लॉक और रुड़की में बुखार से हुई मौतों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजी जा रही हैं। मरीजों के सैंपल लेकर कारणों की पुष्टि की जाएगी।” — डॉ. आर. राजेश कुमार, सचिव स्वास्थ्य
लोगों में डर, अस्पतालों में भीड़
धौलादेवी और आसपास के गांवों में बुखार और वायरल संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। अस्पतालों में प्लेटलेट्स घटने के कई मामले सामने आए हैं, जिससे डेंगू या वायरल हैमरेजिक फीवर की भी आशंका जताई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ाई निगरानी
स्वास्थ्य विभाग ने सभी ब्लॉक स्तर के चिकित्सा अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने और संदिग्ध मामलों की तुरंत रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही गांवों में स्वास्थ्य शिविरों की संख्या बढ़ाने की भी तैयारी की जा रही है।