उत्तराखंड में एक बार फिर UKSSSC पेपर लीक विवाद ने तूल पकड़ लिया है। उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने दावा किया है कि रविवार को आयोजित हुई यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक हुआ। संघ का कहना है कि परीक्षा शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद ही यानी सुबह 11:35 बजे पेपर का एक सेट बाहर आ गया। इस दावे ने राज्य सरकार और आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हरिद्वार से लीक हुआ पेपर का सेट
संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि हरिद्वार के एक केंद्र से पेपर लीक हुआ। इतना ही नहीं, लीक हुए प्रश्नपत्र और अभ्यर्थियों को मिले पेपर का मिलान करने पर कई प्रश्न एक जैसे पाए गए। यह सीधे तौर पर पेपर की गोपनीयता भंग होने की ओर इशारा करता है।
युवाओं का आक्रोश और सड़क जाम
पेपर लीक की खबर के बाद बेरोजगार युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा। देहरादून के परेड मैदान में बड़ी संख्या में युवा एकत्र हुए और फिर सचिवालय कूच के लिए बढ़े। गुस्साए युवाओं ने कई जगहों पर सड़कें जाम कर दीं और सरकार से CBI जांच की मांग की। उनका कहना है कि राज्य पहले से आपदा की मार झेल रहा है और ऐसे समय में युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ अस्वीकार्य है।
पहले भी विवादों में रहा UKSSSC
यह पहला मौका नहीं है जब उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) विवादों में आया हो। इससे पहले भी चर्चित हाकम सिंह केस और अन्य उत्तराखंड भर्ती घोटालों ने आयोग की साख पर सवाल खड़े किए थे। उस समय भी करोड़ों रुपये लेकर अभ्यर्थियों को पास कराने का खेल सामने आया था। अब ताजा पेपर लीक प्रकरण ने फिर से यही चिंता बढ़ा दी है कि क्या भर्ती प्रक्रियाएं पारदर्शी तरीके से हो रही हैं या नहीं।
CBI जांच की मांग तेज
संघ ने सरकार से मांग की है कि इस बार की परीक्षा और पूरे मामले की CBI जांच कराई जाए। बेरोजगार संघ का आरोप है कि यदि मामले की गहराई से जांच नहीं हुई तो लाखों युवाओं का भविष्य फिर से दांव पर लग जाएगा।