चंबा (टिहरी गढ़वाल)। वन, तकनीकी शिक्षा, भाषा एवं निर्वाचन तथा संसदीय कार्य मंत्री सुबोध उनियाल ने जिलाधिकारी नितिका खण्डेलवाल के साथ ऋषिकेश-चंबा मोटर मार्ग पर स्थित आमसेरा, विडोन, सेलूपानी, खाड़ी और खाड़ी-गजा रोड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर क्षति का आकलन किया।
आपदा से व्यापक नुकसान
निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री ने बताया कि अतिवृष्टि और भूस्खलन से सड़कों, पुलों, पैदल पुलियाओं, आवासीय भवनों, खेतों, फसलों, विभागीय और सार्वजनिक परिसंपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन पूरी तत्परता से राहत और बचाव कार्य में जुटा है, वहीं मुख्यमंत्री लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
प्रभावित परिवारों को राहत और पुनर्वास
कैबिनेट मंत्री ने निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को नियमानुसार तत्काल राहत राशि वितरित की जाए। जिन परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है, उन्हें उनकी इच्छा के अनुसार किराए के भवनों या सरकारी राहत शिविरों में ठहराने की व्यवस्था की जाए।
भूगर्भीय सर्वे और पुनर्निर्माण कार्य
सुबोध उनियाल ने बीआरओ अधिकारियों को निर्देशित किया कि खाड़ी से नागणी तक आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों का चिन्हीकरण कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए और इसे उच्च स्तर पर भेजा जाए। उन्होंने आमसेरा गांव में विस्थापन की मांग को देखते हुए भूगर्भीय सर्वे कराने पर जोर दिया।
साथ ही उन्होंने क्षतिग्रस्त मार्गों, सुरक्षा दीवारों और छोटी पुलियाओं की मरम्मत हेतु समयबद्ध प्राक्कलन तैयार कर कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए।
प्रशासन की तैयारी
जिलाधिकारी नितिका खण्डेलवाल ने बताया कि खतरे की जद वाले परिवारों को शिफ्ट किया जा रहा है। क्षतिग्रस्त रास्तों और पुलियाओं के लिए प्राक्कलन मनरेगा और आपदा मद से तैयार किया जा रहा है ताकि जल्द ही सुधारात्मक कार्य शुरू हो सके।
निरीक्षण में शामिल अधिकारी व जनप्रतिनिधि
इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख नरेंद्रनगर दीक्षा राणा, नगर पालिका अध्यक्ष चंबा शोभनी धनोला, पूर्व ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र भंडारी, एसडीएम नरेंद्रनगर आशीष घिल्डियाल, एई बीआरओ सुरेंद्र सिंह रावत, ईई जल संस्थान प्रशांत भारद्वाज, डीएसओ मनोज डोभाल, वन क्षेत्राधिकारी विवेक जोशी, तहसीलदार ए.पी. उनियाल, बीडीओ श्रुति वत्स समेत अन्य अधिकारी और स्थानीय लोग मौजूद रहे।