ऋषिकेश, उत्तराखंड की पवित्र तीर्थनगरी, इन दिनों त्योहारी मौसम, सप्ताहांत की छुट्टियों और राफ्टिंग सीजन की शुरुआत के कारण भारी ट्रैफिक जाम की चपेट में आ गई है। शहर की संकरी सड़कें और बढ़ते वाहनों की संख्या ने स्थानीय निवासियों तथा पर्यटकों को खासी मुश्किल में डाल दिया है। मुख्य रूप से हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग, ऋषिकेश-तपोवन रोड और लक्ष्मण झूला रोड पर वाहनों का दबाव इतना बढ़ गया है कि बाजार क्षेत्रों में भी जाम की स्थिति आम हो गई है। शनिवार की रात त्रिवेणी घाट पर लोग घंटों फंसे रहे, जिससे बच्चों और परिवारों को विशेष परेशानी हुई।
जाम के मुख्य कारण: त्योहार, राफ्टिंग और पर्यटकों की आमद
पिछले कुछ समय से ऋषिकेश में ट्रैफिक की स्थिति सामान्य थी, लेकिन अब सब कुछ बदल गया है। 27 सितंबर से राफ्टिंग गतिविधियों की शुरुआत ने पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा किया है। इसके अलावा, त्योहारी सीजन की दस्तक के साथ वीकेंड पर लोग बड़ी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं। विभिन्न राज्यों से आने वाले वाहनों की लंबी कतारें शहर की सड़कों पर दबाव बढ़ा रही हैं। शुक्रवार और शनिवार को बाजारों में खरीदारी की भीड़ ने जाम को और गंभीर बना दिया।
श्यामपुर और मनसा देवी फाटक जैसे इलाकों में रेलवे क्रॉसिंग के बंद होने से स्थिति और बिगड़ जाती है। ट्रेनों के आने-जाने के दौरान फाटक बंद होने पर जाम पूरे शहर में फैल जाता है। त्रिवेणी घाट क्षेत्र में शुक्रवार शाम को हालात इतने खराब हो गए कि वाहन इंच भर भी आगे नहीं बढ़ सके। सोशल मीडिया पर लोगों ने इन जाम के वीडियो शेयर किए, जो वायरल हो रहे हैं। आने वाले दिनों में धनतेरस और दीपावली जैसे त्योहारों के कारण बाजारों में भीड़ और बढ़ने की उम्मीद है, जिससे ट्रैफिक की समस्या और गहरा सकती है।
सबसे प्रभावित क्षेत्र: घाट चौक और चंद्रभागा पुल
शहर के भीतरी हिस्सों में जाम की समस्या सबसे ज्यादा है। हरिद्वार रोड पर नगर निगम कार्यालय से आगे बढ़ते ही वाहनों की रफ्तार थम जाती है। त्रिवेणी घाट तक पहुंचने में पर्यटकों को घंटों लग रहे हैं। घाट चौक पर शनिवार को वाहनों का भारी दबाव देखा गया, जहां जाम ने लोगों को पसीने छुड़ा दिए। चंद्रभागा पुल के आसपास भी यही हाल रहा। खरीदारी के लिए निकलने वाले स्थानीय लोग भी इस समस्या से जूझ रहे हैं। पर्यटक, जो यहां आध्यात्मिक शांति और एडवेंचर के लिए आते हैं, जाम में फंसकर परेशान हो रहे हैं।
यातायात पुलिस की रणनीति और सुझाव
यातायात निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि अगर हाईवे पर भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ गई तो नेपाली फार्म और श्यामपुर चौकी से वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। शहर के अंदर ट्रैफिक प्लान को समन्वय के साथ लागू किया जा रहा है। कुछ संवेदनशील जगहों पर पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई है ताकि जाम को नियंत्रित किया जा सके।
पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सलाह है कि पीक आवर्स में यात्रा से बचें, वैकल्पिक रूट्स का इस्तेमाल करें और सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता दें। ऋषिकेश में ट्रैफिक जाम की यह समस्या पर्यटन विकास के साथ जुड़ी है, लेकिन बेहतर प्लानिंग से इसे कम किया जा सकता है। अपडेट्स के लिए फॉलो करें और सुरक्षित यात्रा करें।