देहरादून/टिहरी। टिहरी गढ़वाल जिले के प्रतापनगर क्षेत्र का केशव थलवाल प्रकरण अब और तूल पकड़ता जा रहा है। पहले युवक ने पुलिस पर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया, फिर पुलिस ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया। अब मामले में नया मोड़ तब आया जब नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन गांगड़ी समेत स्थानीय प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर लिखित ज्ञापन सौंपा और निष्पक्ष जांच की मांग उठाई।
गरीब परिवार का बेटा और अमानवीय व्यवहार का आरोप
कुराण गांव निवासी केशव थलवाल ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसके साथ गलत बर्ताव किया। वायरल हुए वीडियो में उसने दावा किया कि उसे बिना किसी ठोस कारण के प्रताड़ित किया गया। परिवार का कहना है कि केशव के पिता का निधन पहले ही हो चुका है और वह आर्थिक रूप से बेहद कमजोर परिवार से है। ऐसे में पुलिस का इस तरह का व्यवहार सवाल खड़े करता है।
ज्ञापन में रखी गई मांगें
नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन गांगड़ी ने मुख्यमंत्री धामी को सौंपे ज्ञापन में कहा:
- आरोपित पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को निष्पक्ष जांच पूरी होने तक टिहरी से हटाया जाए।
- मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
- पीड़ित परिवार को सुरक्षा और न्याय दिलाया जाए।
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल
घटना के बाद से ही सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है। बड़ी संख्या में लोग युवक के समर्थन में आकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। स्थानीय युवाओं ने भी #JusticeForKeshav के नाम से कैंपेन शुरू किया है।
सरकार की जिम्मेदारी पर उठे सवाल
जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यह घटना देवभूमि की छवि को धूमिल करती है। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार के साथ अन्याय असहनीय है और सरकार को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए।
अब तक की कार्रवाई
इससे पहले पुलिस ने युवक के आरोपों को बेबुनियाद बताया था। मामले की जांच डीएसपी अनुज कुमार को सौंपी गई थी और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए टिहरी से हटाकर पौड़ी पुलिस को जिम्मेदारी दी गई। अब ज्ञापन मिलने के बाद मुख्यमंत्री स्तर पर भी मामले की निगरानी शुरू हो सकती है।
जनता की नज़र मुख्यमंत्री धामी पर
अब लोगों की निगाहें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर टिकी हैं कि वह इस विवाद पर क्या रुख अपनाते हैं। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन मांग कर रहे हैं कि दोषियों को बख्शा न जाए और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए।