देहरादून: चारधाम यात्रा 2025 अब अपने अंतिम चरण में है और इस बीच यात्रियों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। खास बात यह है कि ऑफलाइन पंजीकरण में तीन गुना इजाफा हुआ है। राज्य के पांच प्रमुख केंद्रों — हरिद्वार, ऋषिकेश गुरुद्वारा, नया गांव, हरबर्टपुर और ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप — में प्रतिदिन 3500 से अधिक यात्रियों का पंजीकरण किया जा रहा है।
58 लाख से अधिक हुए पंजीकृत यात्री
अब तक चारधाम यात्रा के लिए 58 लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें से 47.39 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। यह आंकड़ा इस साल की यात्रा को ऐतिहासिक बना रहा है।
तीन गुना बढ़े ऑफलाइन पंजीकरण
यात्रा के अंतिम चरण में ऑफलाइन पंजीकरण में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
25 सितंबर को जहां प्रतिदिन केवल 1,000 यात्रियों ने ऑफलाइन पंजीकरण कराया था, वहीं 8 अक्टूबर तक यह संख्या बढ़कर 3,500 से अधिक पहुंच गई है।
अधिकारियों का कहना है कि मौसम में सुधार और कपाट बंद होने से पहले दर्शन करने की इच्छा के चलते यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
धामों में बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
श्री बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम सहित हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित हो चुकी हैं। ऐसे में भक्त अंतिम अवसर का लाभ उठाने के लिए लगातार धामों की ओर रुख कर रहे हैं।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही व्यवस्थाएं सुचारु
पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल ने बताया कि,
“चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण दोनों ही व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चल रही हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सभी केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं बढ़ाई गई हैं।”
चारधाम यात्रा 2025 का यह चरण रिकॉर्ड तोड़ उत्साह का गवाह बन रहा है, और राज्य सरकार की तैयारी और प्रबंधन की सराहना भी हो रही है।