देहरादून: बदरी-केदार मंदिर समिति (BKTC) जल्द ही चार धामों में VIP दर्शन के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करेगी, ताकि विशिष्ट अतिथि सुगमता से दर्शन कर सकें और आम श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। यह घोषणा BKTC अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के बाद की। उन्होंने केदार सभा की आपत्तियों का खंडन करते हुए कहा कि धामों की पौराणिक परंपराओं का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है। इस सीजन में रिकॉर्ड 31 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बदरी-केदार धामों के दर्शन किए हैं।
VIP दर्शन SOP का ऐलान: प्रोटोकॉल को मजबूत बनाना
हेमंत द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने CM धामी से चारधाम यात्रा की विस्तृत जानकारी साझा की और VIP दर्शन व्यवस्था को लेकर चर्चा की। “जब मैंने कार्यभार संभाला, यात्रा शुरू हो चुकी थी। देशभर से VIP आते हैं, और सभी तीर्थस्थलों में प्रोटोकॉल होता है। हम इसे ठीक से लागू करेंगे, ताकि अगले कपाट खुलने पर आम जनता को कोई कष्ट न हो,” द्विवेदी ने कहा। SOP में VIP मूवमेंट को व्यवस्थित करने के साथ परंपराओं का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
CM धामी ने BKTC के प्रयासों की सराहना की और कहा कि चारधाम यात्रा से जुड़ी विकास योजनाओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। उन्होंने यात्रा मार्गों पर सुविधाओं को मजबूत करने के सुझाव दिए, जिन पर मंदिर समिति योजनाबद्ध तरीके से काम करेगी।
केदार सभा विवाद पर सफाई: ‘परिवार के लोग, बातचीत से सुलझेगा’
केदार सभा ने हाल ही में VIP दर्शन के दौरान परंपराओं के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए CM को पत्र लिखा था। हेमंत द्विवेदी ने इसका जवाब देते हुए कहा, “मैंने विशिष्ट अतिथि के रूप में मंदिर प्रांगण में अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया, लेकिन गर्भगृह में पूजा-अनुष्ठान तीर्थ पुरोहितों ने ही कराया। तीर्थ पुरोहितों के कार्यक्षेत्र में कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ।” उन्होंने केदार सभा को प्राचीन संस्था बताते हुए कहा, “राजकुमार तिवारी और पदाधिकारी परिवार के लोग हैं। कोई मतभेद नहीं, गलतफहमी होने पर बैठकर सुलझा लेंगे।”
द्विवेदी ने जोर देकर कहा कि धामों की पौराणिकता, परंपरा और पहचान को हर हाल में सुरक्षित रखा जाएगा। BKTC और तीर्थ पुरोहित एक-दूसरे के पूरक हैं।
रिकॉर्ड तीर्थयात्रा: 31 लाख श्रद्धालु, विकास योजनाओं पर फोकस
BKTC अध्यक्ष ने CM को बताया कि इस सीजन में 31 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ-केदारनाथ धामों के दर्शन किए, जो रिकॉर्ड है। CM धामी ने दर्शन प्रक्रिया को निरंतर बढ़ाने पर जोर दिया और यात्रा से जुड़ी हर योजना पर समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने मार्गों पर सुविधाओं को मजबूत करने के निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं को कोई कष्ट न हो। BKTC जल्द CM के सुझावों पर अमल करेगी।
संतुलन और सुधार की दिशा
यह SOP चारधाम यात्रा को और सुव्यवस्थित बनाएगी, जहां VIP दर्शन और आम श्रद्धालुओं दोनों के हित सुरक्षित रहेंगे। हेमंत द्विवेदी की CM से मुलाकात और केदार सभा के साथ संवाद का वादा विवादों को सुलझाने की दिशा में सकारात्मक कदम है। रिकॉर्ड तीर्थयात्रा उत्तराखंड की धार्मिक आस्था को दर्शाती है, लेकिन व्यवस्था को मजबूत करने से ही यह निरंतर बढ़ेगी। सरकार और BKTC के सहयोग से चार धामों की परंपराएं सुरक्षित रहेंगी और यात्रा और सुगम होगी।