देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की 21 सितंबर 2025 को आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में हुई पेपर लीक प्रकरण को लेकर बुधवार को जन-संवाद आयोजित किया गया।
सरकार की ओर से गठित सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की अध्यक्षता वाले एकल सदस्यीय जांच आयोग के समक्ष परीक्षा में शामिल 22 परीक्षार्थियों ने आयोग की खामियों और परीक्षा की शुचिता पर कई सवाल खड़े किए। अभ्यर्थियों, अभिभावकों और राज्य के हितधारकों ने आयोग से परीक्षा रद्द कर नई तिथि घोषित करने की मांग की।
अभ्यर्थियों ने उठाए मुख्य मुद्दे
- समय से पहले परीक्षा शुरू:
राम कंडवाल, उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि PM-SHRIRAJ Inter College, Doodhli में परीक्षा सुबह 10:45 बजे शुरू कर दी गई, जबकि निर्धारित समय सुबह 11 बजे था। आयोग से यह जांच की मांग की गई कि 15 मिनट पहले परीक्षा शुरू करने की अनुमति किसने दी। - प्रकाश व सुविधा की कमी:
रुद्रप्रयाग के अभ्यर्थी अखिलेश सिंह ने बताया कि उनके परीक्षा केंद्र Gurunanak Inter College, Rescourse में प्रकाश और अन्य व्यवस्थाओं की कमी थी। उन्होंने कहा कि आयोग पेपर लीक की संभावना मानने को तैयार नहीं है, जबकि सरकार CBI से जांच करा रही है। - गरीब अभ्यर्थियों पर प्रभाव:
पुरोला के तनुज असवाल ने आयोग के समक्ष बताया कि बार-बार पेपर लीक प्रकरण गरीब अभ्यर्थियों के मानसिक स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। - मौसम और आपदा के बावजूद परीक्षा:
बड़कोट के अभ्यर्थियों गणेश चौहान, नवप्रभात बहुगुणा, जयदेव सिंह और मुकेश कुमार ने बताया कि परीक्षा के दिन प्रदेश के आठ जनपद आपदा से प्रभावित थे। कई सड़कें बंद थीं, बावजूद इसके यूकेएसएससी ने परीक्षा आयोजित की। - आवेदन प्रक्रिया पर सवाल:
उत्तरकाशी के अमित कुमार और अल्मोड़ा के रमेश जोशी ने कहा कि एक अभ्यर्थी तीन-तीन आवेदन पत्र भर रहा था। आयोग के पास इसे रोकने की तकनीकी व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने थंब इंप्रेशन और आधार नंबर आवेदन पत्र में अंकित करने की आवश्यकता बताई। - रिक्त OMR सीट और अनियमितताएं:
रुड़की स्थित Sanatan Dharma Inter College में अभ्यर्थियों की OMR सीट रिक्त थी। कुछ परीक्षार्थियों ने बताया कि एक अभ्यर्थी वाशरूम गया और उसकी जगह दूसरा अंदर आया।
अभ्यर्थियों के विचार
दीपक नौटियाल (टिहरी)
स्नातक स्तरीय परीक्षा रद्द होनी चाहिए। आयोग को जन-सुनवाई करनी चाहिए ताकि अभ्यर्थी अपनी शिकायतें सीधे अध्यक्ष के समक्ष रख सकें। अभी अभ्यर्थियों को केवल दो घंटे का समय दिया गया, जो नाकाफी है।
गणेश चौहान (उत्तरकाशी)
परीक्षार्थियों के मन में अब कई आशंका हैं। पेपर लीक मामले की SIT एवं विशेष जांच चल रही है। भविष्य में ऐसे प्रकरण न आएं, यह सुनिश्चित होना चाहिए।
पंकज तिवारी (विकासनगर)
UKSSSC को समूह-G की परीक्षा का सिलेबस स्पष्ट करना होगा। कुछ प्रश्नों के उत्तर ही उपलब्ध नहीं हैं, जिससे अभ्यर्थी भ्रमित हो रहे हैं।