देहरादून: मध्य हिमालयी राज्य उत्तराखंड के शहरों में भले ही वर्तमान में वायु की गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है, लेकिन दीपावली पर्व नजदीक आने के कारण चिंता बढ़ गई है। इसे देखते हुए उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPCBB) ने सक्रिय निगरानी की योजना बना ली है।
बोर्ड ने आठ शहरों में 13 अक्टूबर से अगले 15 दिन तक परिवेशी वायु गुणवत्ता पर विशेष निगरानी करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही 13 से 20 अक्टूबर तक सभी शहरों में तीन-तीन स्थलों पर ध्वनि (Noise) का अनुश्रवण भी किया जाएगा।
दीपावली में वायु और ध्वनि की चिंता
दीपावली के समय आतिशबाजी और पटाखों के कारण वायु और ध्वनि प्रदूषण में बढ़ोतरी आम बात है। पिछले वर्षों के अनुभव बताते हैं कि देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, ऋषिकेश समेत अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) “खराब” से “बेहद खराब” श्रेणी में पहुंच जाता है।
- PM2.5 और PM10 कणों का स्तर सामान्य से कई गुना अधिक बढ़ जाता है।
- आतिशबाजी के शोर से ध्वनि स्तर रात में 55 डेसिबल से ऊपर चला जाता है।
बोर्ड की निगरानी
UPCBB के सदस्य सचिव डा. पराग मधुकर धकाते ने बोर्ड के देहरादून, रुड़की, काशीपुर और हल्द्वानी क्षेत्रीय कार्यालयों को विशेष निर्देश दिए हैं। इसका उद्देश्य दीपावली से पहले और बाद में वायु और ध्वनि की गुणवत्ता का सटीक आंकड़ा जुटाना है।
निगरानी में शामिल शहर:
- देहरादून
- ऋषिकेश
- टिहरी
- हरिद्वार
- काशीपुर
- रुद्रपुर
- हल्द्वानी
- नैनीताल
तिथियां:
- वायु गुणवत्ता: 13 अक्टूबर – 27 अक्टूबर
- ध्वनि स्तर: 13 अक्टूबर – 20 अक्टूबर
सभी आंकड़े केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) को भेजे जाएंगे, ताकि राज्य और केंद्र स्तर पर प्रदूषण नियंत्रण के प्रभावी कदम उठाए जा सकें।