रुद्रप्रयाग। केदारघाटी के सीमांत ग्राम पंचायत तोषी तक सड़क निर्माण कार्य के पूरा होने के बाद अब त्रियुगीनारायण से केदारनाथ धाम तक की पैदल दूरी 6 किलोमीटर कम हो जाएगी। अब यह दूरी 23 किलोमीटर से घटकर केवल 17 किलोमीटर रह जाएगी।
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू हुए सड़क निर्माण के कटिंग कार्य को पूरा कर लिया गया है। हालांकि, सोनगाड़ पर पुल निर्माण अभी शेष है। ग्रामीणों के अनुसार, सर्दियों में पानी कम होने पर पुल बनने से पहले भी वाहनों की आवाजाही संभव हो सकती है। पुल निर्माण के बाद गांव तक नियमित यातायात सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
पौराणिक महत्व वाला मार्ग
तोषी से केदारनाथ तक यह पैदल मार्ग पौराणिक महत्व रखता है। 19वीं शताब्दी तक गंगोत्री से आने वाले यात्री इसी मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचते थे। वर्ष 2013 की आपदा के दौरान जब मुख्य पैदल मार्ग गौरीकुंड से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, तब भी इस मार्ग से हजारों तीर्थयात्री सुरक्षित बाहर निकल पाए थे।
ग्रामीणों में उत्साह और राहत
सड़क कटिंग कार्य पूरा होने पर जैसे ही मशीन गांव में पहुंची, ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक तिलक और पूजा-अर्चना की, साथ ही मिठाई बांटी। ग्राम प्रधान दीपेंद्र रावत ने बताया कि सड़क बनने से ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलेगी और क्षेत्र का विकास भी होगा। पूर्व प्रधान जगत सिंह रावत ने कहा कि यह सड़क निर्माण ग्रामीणों के लंबे संघर्ष का परिणाम है।
सामाजिक-आर्थिक लाभ
सड़क बनने से न केवल तीर्थयात्रियों के लिए सुविधा होगी, बल्कि सीमांत गांव तोषी की चार सौ से अधिक आबादी भी लाभान्वित होगी। अब तक ग्रामीणों को सड़क तक पहुंचने के लिए 6 किलोमीटर पैदल दूरी तय करनी पड़ती थी। महिला मंगल दल अध्यक्ष सरोज देवी ने कहा कि यह सड़क गांव की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव लाएगी।
ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे और उन्होंने सड़क निर्माण को लेकर उत्साह व्यक्त किया।