हरिद्वार। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) पेपर लीक प्रकरण की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) ने शनिवार को रोशनाबाद कलेक्ट्रेट में जनसंवाद आयोजित किया। इस दौरान आठ अभ्यर्थियों सहित करीब 32 लोग पहुंचे और उन्होंने SIT के सामने कई गंभीर सवाल रखे।
करीब डेढ़ घंटे तक चले इस जनसंवाद में युवाओं ने SIT प्रमुख एसपी जया बलूनी और उनकी टीम से 26 सवाल पूछे और पारदर्शी जांच की मांग की।
अभ्यर्थियों के सवाल
जनसंवाद के दौरान युवाओं ने कई अहम बिंदुओं पर सवाल उठाए:
- जब नकल विरोधी कानून में एक प्रश्न बाहर आने पर लीक माना जाता है, तो इस बार तीन पन्ने बाहर आने पर भी पेपर लीक क्यों नहीं माना जा रहा?
- आयोग की भूमिका की जांच क्यों नहीं हो रही?
- पेपर सेलेबस और क्षेत्रीय भाषाओं पर सवाल क्यों उठते हैं?
- OMR शीट पर प्रिंट क्यों नहीं आया?
- परीक्षा केंद्रों पर वॉशरूम जैमर से कवर क्यों नहीं हुए?
- बॉबी पंवार से सबूत क्यों नहीं मांगे जा रहे?
- सीतापुर में फिंगरप्रिंट वाले परीक्षा केंद्र से पेपर कैसे बाहर आया?
- 2021 VDO परीक्षा रद्द होने के बाद बनी SIT जांच का क्या नतीजा निकला?
- हाकम सिंह को क्यों गिरफ्तार किया गया?
युवाओं ने यहां तक कहा कि शासन चाहे तो वोटिंग कराकर पेपर निरस्त करने का निर्णय ले सकता है।
SIT का जवाब
SIT प्रमुख एसपी देहात जया बलूनी ने सभी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा:
- अगर किसी के पास कोई भी जानकारी या सबूत हैं, तो वे SIT को सौंपें।
- नामों और पहचान को पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।
- कई सवाल और सुझावों को नोट किया गया है और उन्हें जांच में शामिल किया जाएगा।
उनके साथ SIT टीम के सीओ अंकित भंडारी, इंस्पेक्टर लक्ष्मण सिंह नेगी, रायपुर थानाध्यक्ष गिरीश नेगी और साइबर सेल के एसआई राजेश ध्यानी भी मौजूद रहे।
अन्य लोग भी पहुंचे
जनसंवाद में अभ्यर्थियों के अलावा होमगार्ड, पीआरडी कर्मी और पुलिस सिपाही भी मौजूद थे।
इसके अलावा सभासद दीपक नौटियाल ने भी अपनी राय रखी और सुझाव दिए।
UKSSSC पेपर लीक प्रकरण पर SIT का यह जनसंवाद अभ्यर्थियों की नाराजगी और सवालों को सामने लाने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। युवा परीक्षा रद्द और CBI जांच की मांग पर अड़े हुए हैं, जबकि SIT का कहना है कि हर सबूत और जानकारी को जांच में शामिल किया जाएगा।