धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शारदीय नवरात्र का पर्व माता दुर्गा की नौ स्वरूपों की आराधना और भक्ति का प्रतीक है। इस दौरान साधक अष्टमी और नवमी तिथि पर विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। अष्टमी को माता महागौरी, जबकि नवमी को माता सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इन दोनों दिनों को विशेष रूप से शुभ माना जाता है और माना जाता है कि इस दौरान किए गए दीपक जलाने के उपाय (Navratri Deepak Upay) साधक के जीवन में धन, स्वास्थ्य और समृद्धि लेकर आते हैं।
धन की समस्याओं से मुक्ति
शास्त्रों में कहा गया है कि नवरात्र के पावन अवसर पर शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है।
- दीपक की लौ उत्तर दिशा की ओर रखनी चाहिए।
- ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
- साधक के धन संबंधी परेशानियाँ दूर होती हैं और देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
विशेष रूप से यह उपाय उन परिवारों के लिए बहुत लाभकारी है, जिनके आर्थिक हालात कमजोर हैं या व्यापार-व्यवसाय में रुकावटें आ रही हैं।
घर के मंदिर और तुलसी के पास दीपक जलाना
- नवरात्र के दौरान घर के मंदिर में दीपक जलाना बहुत शुभ माना गया है।
- पूजा-अर्चना के बाद तुलसी के पास घी का दीपक जलाने से घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है।
- इससे परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में दीपक
वास्तु शास्त्र में घर का ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) सबसे पवित्र माना गया है।
- इस दिशा में दीपक जलाने से घर और परिवार पर मां दुर्गा की विशेष कृपा बनी रहती है।
- दीपक की लौ घर के वातावरण से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है।
- इससे साधक को अच्छे परिणाम और सफलता प्राप्त होती है।
धन-स्थान और तिजोरी के पास दीपक
- नवरात्र की अष्टमी और नवमी पर घर की तिजोरी या धन-स्थान के पास दीपक जलाना अत्यंत लाभकारी है।
- इससे परिवार के धन भंडार हमेशा भरे रहते हैं।
- इस उपाय से घर में समृद्धि और वित्तीय स्थिरता बनी रहती है।
सीढ़ियों और अन्य स्थानों पर दीपक
- शाम के समय घर की सीढ़ियों के पास दीपक जलाने से नेगेटिव एनर्जी कम होती है।
- घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
- अगर घर में कोई पुराना या अव्यवस्थित क्षेत्र है, वहां दीपक जलाना भी शुभ माना गया है।
अतिरिक्त उपाय
- दीपक हमेशा साफ और स्थिर जगह पर रखें।
- दीपक जलाते समय मन और हृदय पूरी तरह से मां दुर्गा को समर्पित रखें।
- दीपक में घी या तेल का प्रयोग करें, इससे पूजा का प्रभाव बढ़ता है।
- दीपक जलाते समय शांत वातावरण बनाएँ और ध्यानपूर्वक मंत्र का उच्चारण करें।
नवरात्र की अष्टमी और नवमी पर दीपक जलाना न केवल धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह घर और परिवार में सकारात्मक ऊर्जा, सुख-समृद्धि और देवी मां की कृपा लाने का एक प्रभावशाली तरीका है। इस उपाय को नियमित रूप से करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलता है।