देहरादून: पेपर लीक केस में नया मोड़
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की हालिया भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। पुलिस जांच में अब तक खालिद को मामले का सूत्रधार माना जा रहा है, लेकिन ऑडियो रिकॉर्डिंग में सामने आए ‘दीवाना’ नामक शख्स को इस पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
पुलिस और आयोग की टीम लगातार इस मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, लेकिन न तो खालिद का मोबाइल बरामद हुआ है और न ही ‘दीवाना’ का असली चेहरा सामने आया है।
मास्टरमाइंड की भूमिका: जैमर जाम और पेपर बाहर भेजने का शक
एसपी जया बलोनी ने बताया कि साबिया के मोबाइल से मिली ऑडियो रिकॉर्डिंग में आरोपी ने खुद को ‘दीवाना’ बताया। शक है कि उसी ने—
- परीक्षा केंद्र में वह डिवाइस (संभवत: मोबाइल) पहुंचाई,
- खालिद को जैमर रेंज से बाहर रखने या जैमर जाम कराने की साजिश रची,
- और प्रश्नपत्र के स्क्रीनशॉट बाहर भेजे।
तीन पन्नों का स्क्रीनशॉट और जवाब मांगने का खेल
जांच में सामने आया कि खालिद के मोबाइल से तीन पन्नों का प्रश्नपत्र बाहर भेजा गया। यह स्क्रीनशॉट पहले साबिया तक पहुँचा और फिर उसने सहायक प्रोफेसर सुमन को व्हाट्सएप पर भेजकर उत्तर मंगवाए।
पूछताछ में साबिया ने माना कि वह जानती थी कि उसका भाई खालिद परीक्षा दे रहा है, लेकिन मोबाइल किसी और के पास था। यही शख्स व्हाट्सएप कॉल पर उससे ‘दीवाना’ नाम से बात कर रहा था।
साक्ष्य नष्ट करने की कोशिश
जांच अधिकारियों ने खुलासा किया कि साबिया ने बाद में प्रश्नपत्र के फोटो डिलीट फॉर ऑल कर दिए थे। हालांकि, उससे पहले प्रोफेसर सुमन ने उनका स्क्रीनशॉट ले लिया। इससे साफ है कि साबिया न केवल साजिश का हिस्सा थी, बल्कि उसने सबूत मिटाने की भी कोशिश की।
पुलिस की अगली चुनौती
अब पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है ‘दीवाना’ मास्टरमाइंड तक पहुँचना, जिसने खुद को छिपाने के लिए संभवतः नकली नाम का इस्तेमाल किया। माना जा रहा है कि उसी के इशारे पर पूरी साजिश रची गई थी।