नवरात्रि 2025 का आठवां दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी को समर्पित है। उन्हें शुद्धता, सौंदर्य, सौभाग्य और स्वास्थ्य की देवी माना जाता है। माना जाता है कि उनकी पूजा करने से घर-परिवार में शांति और सुख-समृद्धि आती है।
मां महागौरी का स्वरूप अत्यंत शांति और पवित्रता का प्रतीक है।
कौन हैं मां महागौरी?
मां महागौरी का स्वरूप बहुत ही शांत, सुंदर और दिव्य है।
- वे सफेद वस्त्र में सजी होती हैं।
- उनके चार हाथ हैं, जिनमें वे त्रिशूल और आशीर्वाद की मुद्रा धारण करती हैं, साथ ही कमल का पुष्प भी रखते हैं।
- उनका वाहन सिंह है।
मां महागौरी को विशेष रूप से स्वच्छता, सौंदर्य, मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य की देवी माना जाता है।
मां महागौरी की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, महिषासुर और अन्य दैत्य देवी पार्वती पर अत्याचार कर रहे थे। इन संकटों से निपटने के लिए देवी ने अपने महागौरी रूप को धारण किया।
मां महागौरी का स्वरूप अत्यंत शुद्ध और तेजस्वी है। उनका तेज दैत्यनाशक और भक्तों के लिए रक्षक है। उनके भक्तों का जीवन पवित्रता, सुख और स्वास्थ्य से भर जाता है।
विशेष कथा
एक कथा के अनुसार, देवी पार्वती ने कठोर तपस्या कर ब्रह्मांड में अपने पवित्र और तेजस्वी स्वरूप का निर्माण किया। उनका यह रूप इतना शुद्ध था कि उनके दर्शन मात्र से भक्तों के पाप धुल जाते हैं और जीवन में शांति और समृद्धि आती है।
उनकी पूजा अविवाहित स्त्रियों के लिए सौंदर्य और वैवाहिक सुख के लिए भी लाभदायक मानी जाती है।
पूजा का महत्व
- जीवन में स्वच्छता, स्वास्थ्य और शांति की प्राप्ति
- मानसिक शांति और स्थिरता
- सौंदर्य, सौभाग्य और वैवाहिक सुख
- घर-परिवार में सुख-समृद्धि
शुभ मुहूर्त (Navratri 2025 Day 8 – 29 सितंबर)
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:36 AM – 05:23 AM
- प्रातः संध्या: 04:59 AM – 06:10 AM
- अभिजीत मुहूर्त: 11:48 AM – 12:36 PM
- विजया मुहूर्त: 02:13 PM – 03:02 PM
- गोधूलि मुहूर्त: 06:12 PM – 06:36 PM
- निशीथ काल: 11:48 PM – 12:35 AM (30 सितंबर)
दिन का रंग
सफेद (White) – मां महागौरी की पूजा के लिए यह रंग अत्यंत शुभ माना गया है।
सफेद वस्त्र पहनकर पूजा करने से देवी प्रसन्न होती हैं और भक्त के जीवन में शुद्धता, मानसिक शांति और सौभाग्य का संचार होता है।
मां महागौरी की पूजा विधि
- सुबह स्नान करके सफेद वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल को शुद्ध कर मां महागौरी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- कलश स्थापना करें और उसमें नारियल व आम्रपल्लव रखें।
- देवी को कमल और सफेद पुष्प अर्पित करें।
- दीपक और धूप जलाएं, भोग में फल और मिठाई अर्पित करें।
- मंत्र जप करें: “ॐ देवी महागौर्यै नमः” 108 बार।
- अंत में आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
मां महागौरी का आशीर्वाद
- जीवन में शुद्धता और स्वास्थ्य
- मानसिक शांति और स्थिरता
- सौंदर्य, वैवाहिक सुख और सौभाग्य
- घर और परिवार में सुख-समृद्धि
नवरात्रि 2025 का आठवां दिन मां महागौरी को समर्पित है। उनकी पूजा से भक्तों के जीवन में शांति, स्वास्थ्य, सौभाग्य और सौंदर्य आता है। श्रद्धा और भक्ति से उनकी आराधना करने वाले भक्तों को मां महागौरी संपूर्ण सुख और समृद्धि प्रदान करती हैं।