देहरादून: त्योहारों का मौसम खुशियों और उत्साह का प्रतीक है, लेकिन इसी समय उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है। इस चुनौती का सामना करते हुए उत्तराखण्ड के खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (FDA) ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर विशेष अभियान शुरू किया है।
नवरात्रों के पहले चरण में अभियान की सफलता के बाद अब दशहरा और दीपावली को देखते हुए इसका दूसरा चरण आरंभ किया गया है।
अभियान का उद्देश्य
- मिठाई, डेयरी उत्पाद, नमकीन और अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकना।
- उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना।
- त्योहारों में हर घर की थाली और परिवार की खुशियाँ स्वास्थ्यपूर्ण और सुरक्षित बनाना।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश
“त्योहार खुशियों और मिलन का समय होते हैं। मेरी प्राथमिकता यह है कि हर घर की थाली शुद्ध रहे और हर परिवार की खुशियाँ सुरक्षित रहें। जनता के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। मिलावटखोरों के खिलाफ बिना किसी रियायत के कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”
राज्यभर में चल रहे अभियान की रूपरेखा
- गढ़वाल और कुमाऊँ मंडल के सभी जिलों में विशेष टीमें गठित।
- प्रमुख बाजारों और यात्रा मार्गों पर मोबाइल वैन द्वारा सैंपलिंग।
- मिठाई, डेयरी उत्पाद, नमकीन, तेल, मसाले और अन्य खाद्य पदार्थों की सघन जांच।
- दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई।
- मुख्यालय से अपर आयुक्त श्री ताजबर सिंह जग्गी द्वारा लगातार मॉनिटरिंग और दिशा-निर्देश।
गढ़वाल मंडल की तैयारियां
- देहरादून: मिठाई और डेयरी प्रतिष्ठानों का निरीक्षण।
- नैनीताल: तेल और मसाले के नमूने लैब जांच हेतु भेजे जा रहे हैं।
- रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी: ग्रामीण इलाकों में भी सैंपलिंग अभियान।
कुमाऊँ मंडल की तैयारियां
- अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत और नैनीताल जिलों में व्यापक अभियान।
- घी, दूध, खोया, दही और मिठाई के सैंपल लैब में जांच।
- दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई।
- स्थानीय प्रशासन और पुलिस का सहयोग।
अभियान की रणनीति और सख्ती
- सैंपलिंग का नियमित और व्यापक नेटवर्क।
- लैब जांच के बाद दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई।
- जनसामान्य की जागरूकता — शिकायतें तुरंत दर्ज करें।
- मुख्यालय और जिला स्तर पर लगातार मॉनिटरिंग।
उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण संदेश
- केवल प्रमाणित और विश्वसनीय विक्रेताओं से ही खाद्य सामग्री खरीदें।
- मिलावट या घटिया गुणवत्ता पाए जाने पर तुरंत FDA या स्थानीय प्रशासन को सूचित करें।
- मिठाई, घी, दूध और मसाले जैसी खाद्य सामग्री की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
FDA अभियान का उद्देश्य क्या है?
त्योहारों के दौरान उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना और मिलावट रोकना।
किन उत्पादों पर विशेष निगरानी है?
मिठाई, दूध, घी, खोया, नमकीन, तेल, मसाले और अन्य लोकप्रिय खाद्य पदार्थ।
शिकायत कैसे दर्ज कर सकते हैं?
किसी भी मिलावट या घटिया गुणवत्ता की सामग्री मिलने पर स्थानीय FDA कार्यालय या हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
उत्तराखण्ड सरकार और FDA का यह अभियान यह सुनिश्चित करता है कि त्योहारों की खुशियाँ स्वास्थ्य और सुरक्षा से समझौता किए बिना मनाई जाएँ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और FDA की टीमें राज्यभर में सक्रिय हैं, ताकि मिलावटखोरों के लिए कोई छूट न हो और हर उपभोक्ता शुद्ध, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री का लाभ ले सके।