देहरादून। UKSSSC पेपर लीक मामले में आरोपी खालिद की चालाकियां लगातार सामने आ रही हैं। STF के सूत्रों के अनुसार, खालिद ने गिरफ्तारी से पहले दो दिन की फरारी में साक्ष्यों को नष्ट करने की कोशिश की। उसका मोबाइल इस पूरे प्रकरण की सबसे अहम कड़ी है, लेकिन उसके बारे में वह लगातार विरोधाभासी बयान दे रहा है।
पहले उसने दावा किया कि मोबाइल ट्रेन से फेंक दिया, लेकिन जब लोकेशन ट्रेस की गई तो उसने कहा कि ट्रैक के नीचे बह रही नदी में फोन गिर गया होगा। जांच टीम को शक है कि वह पुलिस को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। ऐसे में STF उसे कस्टडी रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ करने की तैयारी में है।
परीक्षा केंद्र पर खालिद की हरकतें
- कमरे नंबर-9 में बैठा खालिद परीक्षा शुरू होते ही शौचालय जाने के लिए बेचैन दिखा।
- नियमों के तहत शुरुआत में उसे रोका गया, लेकिन आधे घंटे बाद अनुमति दी गई।
- आशंका है कि उसी दौरान उसने पेपर लीक की बड़ी साजिश को अंजाम दिया।
STF जांच में बड़ा खुलासा: कमरे में नहीं था जैमर
हरिद्वार के बहादरपुर जट स्थित परीक्षा केंद्र के निरीक्षण में STF को चौंकाने वाली जानकारी मिली। परीक्षा में कुल 18 कमरों का इस्तेमाल हुआ, लेकिन जैमर सिर्फ 15 कमरों में लगाए गए थे।
- जिस कमरे नंबर-9 में खालिद बैठा था, उसमें जैमर मौजूद नहीं था।
- जैमर की रेंज लगभग 10 मीटर होती है, ऐसे में उस कमरे को कवर नहीं किया गया था।
- खालिद को गेट के पास वाली पहली सीट अलॉट की गई थी, जिससे उसे पेपर लीक की योजना को आसान बनाने का मौका मिला।
आरोपी का बैकग्राउंड
पुलिस जांच में अब तक खालिद या उसकी बहनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। हालांकि परिवार की आर्थिक व सामाजिक स्थिति ठीक नहीं रही है। हाल ही में उसकी मां का कैंसर से निधन हुआ था और घर में कई परेशानियां थीं।