देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। पेपर लीक प्रकरण के बाद अब अभ्यर्थियों ने एक और गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि परीक्षा में दी गई उत्तर पुस्तिका (Answer Sheet) की स्टूडेंट कॉपी पर उनके द्वारा लिखे गए उत्तर छपे ही नहीं, जिससे वे अपने उत्तरों की जांच और भविष्य में आपत्ति दर्ज करने से वंचित रह गए हैं।
छात्रों का आरोप – “तीन कॉपी बनती हैं, लेकिन इस बार हमारी स्टूडेंट कॉपी खाली”
परीक्षा देकर लौटे एक छात्र ने सोशल मीडिया पर लिखा –
“Answer Sheet के साथ कुल 3 कॉपी होती हैं – 1 मेन कॉपी, 1 आयोग के पास जाने वाली कॉपी और 1 स्टूडेंट कॉपी, जो हमें घर ले जाने के लिए मिलती है। यह स्टूडेंट कॉपी हमें इसलिए दी जाती है ताकि हम बाद में Answer Key से अपने उत्तर मिलान कर सकें। लेकिन इस बार पटवारी, VDO, VPDO की परीक्षा में हमारी स्टूडेंट कॉपी पर हमारे लिखे गए उत्तर प्रिंट ही नहीं हुए। अब हमें कैसे पता चलेगा कि हमने कौन से सही उत्तर दिए थे और कौन से गलत?”
अभ्यर्थियों की चिंता – “अगर गड़बड़ी हुई तो हम कैसे साबित करेंगे?”
छात्रों का कहना है कि जब स्टूडेंट कॉपी पर उत्तर ही नहीं दिख रहे तो भविष्य में यदि कोई गड़बड़ी होती है तो उनके पास अपनी ओर से प्रमाण रखने का कोई आधार नहीं रहेगा।
“अगर परीक्षा के बाद किसी ने हमारे उत्तरों से छेड़छाड़ की, तो हम कैसे अपना पक्ष रखेंगे? यही तो कारण है कि आयोग को स्टूडेंट कॉपी देनी चाहिए। लेकिन इस बार हमें सिर्फ खाली पन्ना मिल गया।” – एक अन्य परीक्षार्थी ने कहा।
पहले से ही विवादों में है परीक्षा
गौरतलब है कि 21 सितंबर को आयोजित UKSSSC स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक के आरोपों को लेकर पहले ही विवादों में है। कई जिलों में अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया और परीक्षा रद्द करने की मांग उठाई। अब उत्तर पुस्तिका से जुड़ी इस गड़बड़ी ने पारदर्शिता पर और भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
आयोग की चुप्पी
अब तक आयोग की ओर से इस विशेष मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि आयोग नियमित रूप से Provisional Answer Key जारी करता है और उस पर आपत्ति दर्ज करने का विकल्प उपलब्ध कराता है। लेकिन अभ्यर्थियों का कहना है कि जब उनके पास अपनी स्टूडेंट कॉपी ही सही स्थिति में नहीं है, तो वे उत्तर मिलान और आपत्ति दर्ज कैसे करेंगे।
अभ्यर्थियों की मांग
- परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
- प्रत्येक छात्र को उनकी सही स्टूडेंट कॉपी उपलब्ध कराई जाए।
- पेपर लीक और कॉपी से जुड़ी गड़बड़ियों पर उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
- जब तक पारदर्शिता न हो, तब तक परीक्षा रद्द करने पर विचार किया जाए।
पेपर लीक के बाद अब स्टूडेंट कॉपी विवाद ने UKSSSC की पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि आयोग ने इस पर जल्द स्पष्ट जवाब नहीं दिया तो उनका संघर्ष और तेज होगा।