ऋषिकेश: नगर पालिका मुनिकीरेती-ढालवाला अंतर्गत पूर्णानंद खेल मैदान में आयोजित 10 दिवसीय कला, संस्कृति एवं व्यापार संगम – सरस आजीविका मेला 2025 में आज देर शाम वसीम बरेलवी के ग़ज़ल कार्यक्रम को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि “ऋषिकेश ऋषियों की भूमि है, किसी मौलवी का यहां ग़ज़ल गाना हम बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी संस्कृति से जुड़े कलाकारों को बुलाया जाए।” इस पर हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने मेले में जमकर हंगामा खड़ा कर दिया।
मेला संचालक ने दिया आश्वासन, प्रदर्शन शांत हुआ
मेला के आयोजकों ने सकारात्मक आश्वासन दिया कि आगे कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय और संस्कृति से जुड़े कलाकारों के साथ किया जाएगा। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने शांति बनाए रखी।
यह मेले का शुभारंभ कल राज्य के मुखिया पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया था। मेला में कला, संस्कृति और व्यापार का संगम देखने को मिलता है और यह स्थानीय रोजगार, शिल्प और सांस्कृतिक प्रतिभाओं को बढ़ावा देता है।
मेला और सांस्कृतिक महत्व
सरस आजीविका मेला ऋषिकेश के पूर्णानंद खेल मैदान में आयोजित किया गया है और इसमें स्थानीय कलाकार, शिल्पकार और व्यवसायी अपने उत्पादों और कलात्मक प्रतिभाओं को प्रदर्शित कर रहे हैं। आयोजक का कहना है कि मेले में सांस्कृतिक और व्यापारिक कार्यक्रमों का संतुलित आयोजन सुनिश्चित किया जाएगा।