हरिद्वार: उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने घोषणा की है कि दशहरे (2 अक्टूबर) की मध्यरात्रि से गंगनहर अगले 18 दिन के लिए बंद रहेगी। इस अवधि में नहर से सिल्ट हटाने, साफ-सफाई और मरम्मत जैसे कार्य कराए जाएंगे।
छोटी दीपावली की मध्यरात्रि से ही गंगनहर में पानी छोड़ा जाएगा और नहर पुनः सामान्य संचालन में आएगी।
नहर बंदी का प्रभाव
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ भारत भूषण ने बताया कि नहर बंद होने के कारण हरकी पैड़ी और अन्य गंगा घाटों पर स्नान योग्य जल की मात्रा बहुत कम हो जाएगी। केवल हरकी पैड़ी पर आरती के समय थोड़ी मात्रा में गंगाजल उपलब्ध रहेगा।
एसडीओ ने बताया कि दशहरे की मध्यरात्रि से वार्षिक नहर बंदी शुरू होगी और यह 19 अक्टूबर की रात 12 बजे तक जारी रहेगी। 20 अक्टूबर की सुबह श्रद्धालुओं को हरकी पैड़ी सहित अन्य घाटों पर पर्याप्त गंगाजल उपलब्ध होगा।
मरम्मत और साफ-सफाई
नहर बंदी के दौरान गंगनहर से सिल्ट हटाने के साथ ही मरम्मत और अन्य आवश्यक कार्य किए जाएंगे, ताकि अगले साल नहर सुचारु रूप से चल सके।
“हर साल दशहरे से दीपावली तक नहर बंद रहती है। इसका उद्देश्य नहर की नियमित सफाई और रखरखाव सुनिश्चित करना है।” – एसडीओ भारत भूषण