ऋषिकेश न्यूज। आज प्रदेशवासियों द्वारा इंगास एवं बूढ़ी दिवाली का पर्व बड़े खुशी व उल्लास से मनाया गया। यह पर्व श्रीराम जी के 14 वर्ष वनवास के उपरान्त घर लौटने की खुशी में मनाया जाता है। इस बूढ़ी दिवाली को उत्तराखण्ड के हर हिस्से में मनाया जाता है।
पुराणों में कहा गया है कि भगवान राम के लौटने की खबर यहाँ के ऋषि-मुनियों को एक माह बाद लगी इसलिये उत्तराखण्ड राज्य के प्रदेशवासी इस पर्व को बूढ़ी दिवाली के रूप में मनाते है। इस बूढ़ी दिवाली का अपना एक धार्मिक महत्व भी है दिवाली अपने परिवार के साथ समय बिताने और प्रियजनों को भेंट देते है साथ ही पहाड़ी व्यजनों के स्वाद को भी जीवांत रखा है।