देहरादून में बेरोजगारों का जोरदार आंदोलन
राजधानी देहरादून में यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) के पेपर लीक मामले को लेकर बेरोजगार युवा पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। परेड मैदान के पास सड़क किनारे धरना देने वाले युवाओं ने सड़क पर ही भोजन बनाकर आंदोलन जारी रखा है।
धरना स्थल पर भारी भीड़ और समर्थन
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले चल रहे आंदोलन को विभिन्न कोचिंग संस्थानों और महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं का भी समर्थन मिल रहा है। धरना स्थल पर रात में मोबाइल की रोशनी जलाकर युवा प्रदर्शनकारियों के प्रति अपनी एकजुटता दिखा रहे हैं।
सुरेश सिंह ने सरकार पर साधा निशाना
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश सिंह का कहना है कि मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिला, लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। उन्होंने बताया कि छोटे दोषियों पर कार्रवाई करना आसान है, लेकिन उच्च पदस्थ अधिकारी जो पेपर लीक में शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही।
युवाओं की प्रमुख मांगें
बेरोजगार संघ ने धरना स्थल पर अपनी मुख्य मांगें रखी हैं:
- रविवार को हुई परीक्षा को रद्द करना।
- एक महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित करना।
- पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराना।
- उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जीएस मार्तोलिया को पद से हटाना।
- संयुक्त आरक्षी भर्ती नियमावली में तत्काल संशोधन करना।
सुरेश सिंह ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और ग्रुप बी/सी अधिकारियों को सस्पेंड करना आसान है, लेकिन बड़े स्तर पर शामिल सफेदपोश अधिकारियों पर कार्रवाई करने में सरकार असफल रही है।
आंदोलन जारी रहेगा
युवा बेरोजगारों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनकी मांगों पर सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाए तो धरना अनिश्चितकालीन जारी रहेगा। यह आंदोलन केवल बेरोजगारों के अधिकारों के लिए नहीं, बल्कि उत्तराखंड में निष्पक्ष भर्ती व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।