देहरादून: देहरादून के शिमला बाईपास रोड पर सेंट ज्यूड्स चौक के पास शनिवार रात एक दुखद हादसे ने सभी को स्तब्ध कर दिया। तेज रफ्तार कार ने डीएवी पीजी कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और भाजपा महानगर महामंत्री जितेंद्र सिंह बिष्ट को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में एक अन्य युवक रितिक राजपूत गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया, जबकि स्थानीय लोगों और BJP कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। पुलिस ने वाहन जब्त कर वर्कशॉप मालिक को हिरासत में लिया है और फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है।
हादसे का विवरण: जन्मदिन के बाद त्रासदी
पुलिस के अनुसार, हादसा शनिवार रात करीब 8 बजे हुआ। जितेंद्र सिंह बिष्ट अपने दोस्त वासु के जन्मदिन समारोह में शामिल होने अपने कार्यालय गए थे। उनके साथ रितिक राजपूत, ओमी सजवान, और वैभव रावत भी थे। केक काटने के बाद सभी कार्यालय से बाहर निकले और सेंट ज्यूड्स चौक से ट्रांसपोर्ट नगर की ओर जा रहे थे। तभी तेज रफ्तार कार (वाहन नंबर उपलब्ध नहीं) ने जितेंद्र और रितिक को टक्कर मार दी। जितेंद्र कार के नीचे आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रितिक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
हादसे में शामिल कार वर्कशॉप से मरम्मत के लिए बाहर निकाली गई थी। वर्कशॉप के मालिक वसीम ने बताया कि कार मुजम्मिल नामक व्यक्ति की थी, और इसे वर्कशॉप कर्मचारी अब्बू मेंटेनेंस चेक के लिए चला रहा था। हादसे के बाद अब्बू घबराहट में कार छोड़कर फरार हो गया।
हंगामा और पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पटेल नगर पुलिस मौके पर पहुंची। इस बीच, जितेंद्र के ABVP और BJP से जुड़े कई युवा कार्यकर्ता मौके पर जमा हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर युवाओं को शांत किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा गया। कोतवाली प्रभारी चंद्रभान अधिकारी ने बताया कि वाहन को जब्त कर लिया गया है, और वर्कशॉप मालिक वसीम से पूछताछ चल रही है। फरार चालक अब्बू की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित की गई हैं।
जितेंद्र बिष्ट: एक सक्रिय युवा नेता
जितेंद्र सिंह बिष्ट 2018 में ABVP से डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष चुने गए थे। वर्तमान में वे BJP के महानगर महामंत्री के रूप में सक्रिय थे। उनकी अचानक मृत्यु ने छात्र और राजनीतिक समुदाय में शोक की लहर पैदा कर दी है। स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं ने उनकी सामाजिक सक्रियता और नेतृत्व की सराहना की।
सड़क सुरक्षा पर फिर सवाल
यह हादसा देहरादून में सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण की कमी को उजागर करता है। शिमला बाईपास जैसे व्यस्त मार्ग पर रात के समय तेज रफ्तार वाहनों का खतरा बढ़ जाता है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे दुर्घटना माना है, लेकिन चालक की लापरवाही और वर्कशॉप से अनधिकृत रूप से वाहन निकालने की बात भी सामने आई है।
जिम्मेदारी और सतर्कता की जरूरत
जितेंद्र सिंह बिष्ट की असामयिक मृत्यु न केवल उनके परिवार और समुदाय के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और वाहन प्रबंधन पर सवाल भी खड़े करती है। पुलिस को फरार चालक को जल्द पकड़ने और हादसे के कारणों की गहन जांच करने की जरूरत है। साथ ही, वर्कशॉप जैसे स्थानों से वाहनों के अनधिकृत उपयोग पर सख्ती बरतनी होगी। यह हादसा शहरवासियों के लिए एक चेतावनी है कि सड़क पर सतर्कता और नियमों का पालन कितना जरूरी है।