ऋषिकेश। बजरंग सेतु अभी पूरी तरह तैयार नहीं हुआ है, लेकिन उद्घाटन से पहले ही यह विवादों में आ गया है। हाल ही में कुछ असामाजिक तत्वों ने सेतु पर लगाए गए कांच तोड़ दिए, जिससे सुरक्षा और निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।
घटना का विवरण
- निर्माणाधीन बजरंग सेतु पर कई जगह कांच क्षतिग्रस्त पाए गए।
- सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने रात के समय सेतु को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
स्थानीय लोगों की चिंता
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने इसे समाज विरोधी और देशविरोधी तत्वों की करतूत बताया। उनका कहना है कि:
- बजरंग सेतु जैसे व्यस्त क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं।
- अगर कांच इतनी आसानी से टूट रहा है तो निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं।
- निर्माण एजेंसी को चाहिए कि वह कांच की मजबूती और सुरक्षा मानकों पर दोबारा ध्यान दे।
सुरक्षा और प्रशासन की जिम्मेदारी
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि:
- सेतु की निगरानी के लिए और कड़े इंतजाम किए जाएं।
- असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई हो।
- भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी निगरानी बढ़ाई जाए।
बजरंग सेतु का निर्माण जनहित और पर्यटन के लिए किया जा रहा है। लेकिन कांच टूटने की घटनाएं न केवल सुरक्षा जोखिम बढ़ाती हैं, बल्कि यह करोड़ों की लागत से बन रहे पुल की गुणवत्ता और जिम्मेदारी पर भी सवाल उठाती हैं।