ऋषिकेश, उत्तराखंड: बदरीनाथ हाईवे पर उखीमठ के पास भूस्खलन और एक ट्रक के फंसने से बृहस्पतिवार रात को छह बरात फंसी रहीं। सभी बरात अपने-अपने गांव से दुल्हन लेकर लौट रहे थे। इनमें से एक बरात तो निकल गई, लेकिन बाकी बरातों को रात हाईवे पर ही बितानी पड़ी। प्रशासन ने प्रभावित लोगों के लिए कुछ को होटल और लॉज में रुकने की व्यवस्था भी की। सुबह हाईवे खुलने पर सभी बराती अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।
भूस्खलन और जाम का विवरण
उखीमठ के पास बदरीनाथ हाईवे का यह हिस्सा अक्सर भारी वाहनों के फंसने और जाम लगने के लिए जाना जाता है। बृहस्पतिवार रात लगभग आठ बजे एक ट्रक फंस गया और हाईवे पूरी तरह से जाम हो गया। इसी दौरान ज्योतिर्मठ से मायापुर (पीपलकोटी) जा रही एक बरात भी अणीमठ में फंस गई। वहीं बड़ागांव से पाखी और द्वींग जा रही दो अन्य बरातें भी जाम में फंस गईं।
पीपलकोटी और रुकने की व्यवस्था
पीपलकोटी क्षेत्र में तेज बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और लगातार पत्थर गिरने से पैदल आवाजाही भी मुश्किल हो गई। इस वजह से कर्णप्रयाग से रविग्राम आई एक बरात और पीपलकोटी में रुकीं। पाखी क्षेत्र की एक बरात और दूसरी ज्योतिर्मठ से देहरादून गई बरात भी हाईवे बंद होने से वहीं रुकी रहीं। कुछ बरातियों की रुकने और खाने की व्यवस्था होटल, लॉज और काली कमली धर्मशाला में की गई। कई बरातियों ने नूडल्स और मैगी खाकर रात गुजारी।
हाईवे सुधारीकरण कार्य
अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश ने बताया कि प्रशासन ने बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) को मशीन और मजदूर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। बीआरओ ने एक्सकेवेटर की तैनाती कर भूस्खलन वाले क्षतिग्रस्त हिस्से का सुधार कार्य शुरू कर दिया है। मिट्टी और पत्थरों से हाईवे को समतल किया जा रहा है ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके।
इस तरह, हाईवे खुलने के बाद सभी बरात और यात्री अपने गंतव्य के लिए सुरक्षित रूप से रवाना हुए।