देहरादून: उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन को नई दिशा देने वाला अल्ट्रा मैराथन को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है। स्थिति यह है कि पर्यटन विभाग को आयोजन के लिए हो रहे रजिस्ट्रेशन को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा है।
इसकी वजह यह है कि इसमें भाग लेने के लिए 1500 से अधिक प्रतिभागियों ने आवेदन किया है, जबकि व्यास वैली क्षेत्र में व्यवस्थाओं की सीमा के कारण प्रतिभागियों की संख्या सीमित ही रखी गई है।
ठहरने और खाने-पीने की सुविधाएं सीमित
पर्यटन विभाग अब यह आकलन कर रहा है कि प्रतिभागियों की संख्या कितनी बढ़ाई जा सकती है। व्यास वैली में ठहरने और खाने-पीने की सुविधाएं सीमित हैं, इसलिए केवल उतने ही प्रतिभागियों को अनुमति दी जाएगी, जितनों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सकें।
आदि कैलाश से शुरू होगी अल्ट्रा मैराथन
यह अल्ट्रा मैराथन आदि कैलाश से शुरू होकर कालापानी होते हुए गूंजी तक जाएगी। मार्ग की ऊंचाई लगभग 10,000 से 15,000 फीट तक है, जो प्रतिभागियों के लिए एक रोमांचक और चुनौतीपूर्ण अनुभव होगी। प्रतिभागियों की सुविधा के लिए भारतीय सेना और आईटीबीपी के साथ समन्वय किया गया है। ठहरने, भोजन और स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी की जा रही है।
सुरक्षा और व्यवस्थाओं का जायजा
व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पर्यटन सचिव स्वयं व्यास वैली पहुंच रहे हैं। सेना, आईटीबीपी और जिला प्रशासन के सहयोग से चिकित्सकीय टीम और स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत की जा रही हैं। साथ ही हेली एम्बुलेंस की व्यवस्था के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है।
देश के 20 राज्यों से प्रतिभागी शामिल होंगे
अल्ट्रा मैराथन में देश के 20 राज्यों से प्रतिभागी शामिल होंगे। स्थानीय लोग भी आयोजन को लेकर उत्साहित हैं। प्रतिभागियों को उत्तराखंड की संस्कृति से परिचित कराने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
यह आयोजन न केवल उत्तराखंड के साहसिक पर्यटन को नई पहचान देगा, बल्कि आदि कैलाश और व्यास वैली क्षेत्र को देश-विदेश में पर्यटन स्थल के रूप में प्रतिष्ठित करेगा।