देहरादून, उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले जारी धरना-प्रदर्शन में आज जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पहुंचे। आंदोलनरत युवाओं ने सीबीआई जांच, परीक्षा निरस्त करने और दोबारा परीक्षा कराने की मांग एक बार फिर प्रशासन के सामने रखी।
डीएम ने दिया आश्वासन
धरना स्थल पर पहुंचे डीएम साहब ने बेरोजगार युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि एसआईटी जांच एक महीने में पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि जांच से असंतोष रहता है तो युवा स्वतंत्र हैं आगे भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए। डीएम ने युवाओं के धैर्य और संयम की सराहना की।
एसएसपी ने की युवाओं की तारीफ
एसएसपी ने अपने संबोधन में आंदोलनकारी युवाओं को शांति बनाए रखने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इतनी लंबी अवधि से लगातार धरने पर बैठे रहने के बावजूद युवाओं ने संयम नहीं खोया, यह काबिले तारीफ है।
बेरोजगार युवाओं की मांगें
धरना स्थल पर मौजूद युवाओं ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि वे अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे। उनका कहना है कि सिर्फ “नकल” कहकर मामले को हल्का बताना उचित नहीं है। यदि मोबाइल और व्हाट्सएप के जरिए प्रश्नपत्र के उत्तर एक जिले से दूसरे जिले में साझा किए गए तो इसे साधारण नकल नहीं माना जा सकता।
युवाओं ने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री स्वयं आकर आंदोलनकारियों से संवाद क्यों नहीं कर रहे, जबकि बार-बार केवल प्रतिनिधि भेजे जा रहे हैं। उनका कहना है कि मीडिया के माध्यम से सफाई पेश करने के बजाय मुख्यमंत्री को सीधे बेरोजगार युवाओं से मिलकर उनकी बात सुननी चाहिए।
आंदोलन जारी रखने का ऐलान
बेरोजगार संघ के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी प्रमुख मांगें – सीबीआई जांच और परीक्षा निरस्ती – पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। युवाओं ने एकजुट होकर नारे लगाए – “युवा शक्ति जिंदाबाद”।