UKSSSC परीक्षा 2025 में पेपर लीक के गंभीर आरोप सामने आए हैं। सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र की तस्वीरें वायरल होने के बाद जांच तेज कर दी गई है और आरोपी खालिद को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस विवाद के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, संसदीय कार्य मंत्री सुबोध उनियाल, बेरोज़गार संघ और छात्र संघ ने विभिन्न बैठकें और ज्ञापन सौंपकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। छात्रों और अभ्यर्थियों ने परीक्षा को निरस्त न करने और शीघ्र परिणाम जारी करने की मांग की है, जबकि सरकार ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने और भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाने का भरोसा दिया है। यह मामला न केवल परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि अभ्यर्थियों के भविष्य और रोजगार पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है।
1️⃣ पेपर लीक का खुलासा और आरोपी की गिरफ्तारी
- खालिद नामक आरोपी ने परीक्षा केंद्र से तीन प्रश्नपत्र व्हाट्सएप पर भेजे।
- पुलिस ने खालिद को गिरफ्तार किया और हरिद्वार एवं देहरादून एसएसपी की संयुक्त टीम गोपनीय स्थान पर कड़ी पूछताछ कर रही है।
- जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि पेपर परीक्षा केंद्र से बाहर कैसे पहुंचा।
- इस घटना ने भर्ती प्रक्रिया की सुरक्षा और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
2️⃣ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का रुख़
- दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
- सरकार पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी।
- अभ्यर्थियों के हित सर्वोपरि हैं और उनकी मेहनत पर कोई समझौता नहीं होगा।
3️⃣ बेरोज़गार संघ की मुख्यमंत्री से मुलाकात
- अध्यक्ष राम कंडवाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से मुलाकात की।
- उन्होंने परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
- सीएम ने भरोसा दिया कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष होगी।
4️⃣ संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा छात्र संघ का ज्ञापन
- छात्र संघ ने सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली को ज्ञापन सौंपा।
- ज्ञापन में कहा गया कि परीक्षा पूर्णतः निष्पक्ष और नकलविहीन हुई।
- परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट बाद कुछ लोगों के पास प्रश्नपत्र की तस्वीरें मिली, लेकिन परीक्षा पर असर नहीं पड़ा।
- छात्रों ने परीक्षा रद्द न करने और परिणाम शीघ्र घोषित करने की अपील की।
5️⃣ सरकार और आयोग की कार्रवाई
- एसएसपी और जांच टीम लगातार पूछताछ कर रही हैं।
- परीक्षा केंद्र और अधिकारीयों की भूमिका की जांच जारी है।
- भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय और तकनीकी सुधार लागू किए जाएंगे।
6️⃣ निष्कर्ष और आगे की संभावनाएँ
- विवाद ने सरकार, आयोग और अभ्यर्थियों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
- छात्रों और बेरोज़गार संघ ने निष्पक्ष जांच और समय पर परिणाम की मांग की।
- सरकारी अधिकारियों और मंत्री सुबोध उनियाल ने निर्देश दिए कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो और परीक्षार्थियों का भविष्य सुरक्षित रहे।
- उम्मीद है कि जल्द ही जांच पूरी होगी और भर्ती प्रक्रिया की सुरक्षा व पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी।