श्रीनगर। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग विभाग और ऋषिकेश योगपीठ के बीच हुए समझौते के बाद योगपीठ को अब विश्वविद्यालय का आधिकारिक एक्सटेंशन सेंटर घोषित कर दिया गया है। इसकी पुष्टि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर की है।
योग को वैश्विक स्तर पर पहुँचाने की पहल
यह समझौता पूर्व कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल के कार्यकाल में हुआ था, जिसका मुख्य उद्देश्य आम लोगों को योग के प्रति जागरूक करना और विदेशी छात्रों को भारत की प्राचीन परंपरा से जोड़ना है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह कदम योग शिक्षा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूती देगा।
68 देशों के विद्यार्थी ले चुके प्रशिक्षण
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी आशुतोष बहुगुणा ने बताया कि पिछले पांच वर्षों से योग विभाग लगातार योग प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित करता आ रहा है। अब तक इस केंद्र से 68 देशों के 315 विद्यार्थी सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं।
विशेषज्ञों का नेतृत्व
इस पहल में ऋषिकेश योगपीठ के निदेशक दिगंबर नौटियाल का विशेष योगदान रहा है। केंद्र का संचालन मुख्य रूप से डॉ. विनोद नौटियाल, डॉ. रजनी नौटियाल और विभागाध्यक्ष डॉ. अनुजा रावत के नेतृत्व में किया जा रहा है।